विगत वर्षों के सिनर्जी के सफल आयोजनों ने एसजीटी विश्वविद्यालय को एक तकनीकी पहचान दी है। वैसे भी विश्वविद्यालयी शिक्षा का मुख्य लक्ष्य ऐसे छात्र- छात्राओं का निर्माण करना होना चाहिए जो समाज और देश हित में कुछ नया करने में सक्षम हों। इसके साथ ही वे अपनी रचनात्मक क्षमता को पहचान सकें और अपने भीतर मौजूद आविष्कारकर्ता और खोजकर्ता के सहारे आलोचनात्मक तथ्यों का ध्यान रखते हुए कुछ नया कर सकें। सिनर्जी के आयोजन का उद्देश्य भी यही है । वैज्ञानिक सोच और तकनीक पर आधारित यह आयोजन छात्र - छात्राओं को एक मंच प्रदान करता है ताकि वे जो कुछ जानते हैं, उसे तकनीकी और सत्यापित तौर पर समाज के समक्ष प्रस्तुत कर सकें । युवा पीढ़ी में अपार क्षमता होती है। एसजीटी विश्वविद्यालय के छात्र - छात्राएँ काफी प्रतिभावान हैं। सिनर्जी के माध्यम से वे अपनी क्षमता और हुनर को न सिर्फ दिखाते हैं बल्कि वे एक तरह से अपने आप को इस तरह प्रस्तुत करते हैं जिससे पता चलता है कि वे भविष्य के आविष्कारकर्ता या वैज्ञानिक हैं । इस विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर ऐसे छात्र - छात्राएँ निकले हैं जो आज देश की मुख्य धारा से जुड़कर समाज सेवा में लगे हैं। गर्व की बात है कि सिनर्जी के आयोजन से, ऐसे छात्र-छात्राएँ सामने आते हैं और उनकी एक अलग पहचान बनती है। एक बात और, एक अच्छा शिक्षक छात्र - छात्राओं को प्रभावित करता है। कहाँ तक ? यह वह भी नहीं बता सकता। ऐसे आयोजनों में शिक्षकों की प्रभावी भूमिका आवश्यक रूप से बढ़ जाती है और यही तो एक शिक्षक का पहला कर्तव्य है । एसजीटी विश्वविद्यालय में प्रत्येक वर्ष तीन दिवसीय सिनर्जी का आयोजन अक्टूबर / नवम्बर माह में संपन्न होता है। इस दौरान विश्वविद्यालय के 18 संकायों के छात्र छात्राओं के साथ ही दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और स्कूलों के छात्र-छात्राएँ अपनी नई वैज्ञानिक और तकनीकी खोज को मॉडल और प्रोजेक्ट के माध्यम से प्रस्तुत करते हैं।
Synergy – a Techno Fest of SGT University aims to synergize young minds in creativity and orient students towards research and innovation.